इस बात से तो आप सब वाकिफ ही हैं कि मंगल पर जीवन को लेकर वैज्ञानिक पिछले कई सालों से जुटे हुए हैं। वे इसी खोज में सालों-साल से जुटे हुए हैं कि कैसे भी करके उनके कुछ ऐसा सुराग मिल सके जिससे पता लगाया जा सके कि मंगल गृह पर इंसानों का रहना संभव है या नहीं।
दरअसल, पृथ्वी पर बढ़ती आबादी प्राकृतिक संसाधनों के लिए एक समस्या बन गई है। धीरे-धीरे करते जल, ईंधन आदि सब खत्म होता जा रहा है। कुछ सालों बाद पृथ्वी पर इंसानों का जीना दूभर हो जाएगा। ऐसे में वैज्ञानिक पृथ्वी के विकल्प के विषय में सोंच रहे हैं।
मंगल गृह पर मिली झील

इसी उद्देश्य के तहत वैज्ञानिकों के हाथ मंगल गृह से जुड़ी एक अहम जानकारी हाथ लगी है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दावा किया है कि उसने मंगल गृह पर पानी का स्त्रोत ढूंढ निकाला है। शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्हें मंगल गृह की जमीन के नीचे तीन झीलें मिली हैं जिनका पानी पूरी तरह से खारा है।
बताया जा रहा है कि मंगल गृह की सतह पर ये तीनों झीलें लगभग 75 हज़ार वर्ग किमी के क्षेत्र में फैली हुई हैं। हालांकि, अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि इन स्त्रोतों से निकलने वाले पानी को उपयोग में लाया जा सकता है या नहीं। लेकिन इस खबर ने वैज्ञानिकों की उस इच्छा को बल दिया है जिसमें वे मंगल गृह पर जीवन बसते देखना चाहते हैं।
2018 में किया था झील का दावा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूरोपियन स्पेस एजेंसी के स्पेसक्राफ्ट मार्स एक्सप्रेस ने साल 2012-2015 के बीच में इस इलाके की करीब 29 बार तस्वीरें ली थीं। इन तस्वीरों में वैज्ञानिकों ने पानी की झील होने का दावा साल 2018 में किया था। बाद में अब मार्स के इस स्पेसक्राफ्ट ने एक बार फिर तीन अन्य झीलों की खोज की है। गौरतलब है, ऑस्ट्रेलिया स्थित स्विनबर्न यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर के पद पर तैनात एलन डफी ने वैज्ञानिकों द्वारा की गई इस खोज को शानदार उपलब्धि बताया है। उनका कहना है कि, इससे जीवन के अनुकूल परिस्थितियों की संभावनाएं खुलती हैं।