शास्त्रों के अनुसार, आचरण से व्यक्ति के कुल का पता चलता है। बोली से देश का पता लगता है। आदर-सत्कार से प्रेम का तथा शरीर को देखकर व्यक्ति के भोजन का पता चलता है। इन सभी बातों से एक चीज़ तो आप समझ ही गए होंगे कि व्यक्ति की पहचान उसके घर, गांव, बोली, पहनावे और कर्मों से होती है। कई बार आपने लोगों को कहते सुना होगा हमारा घर ही हमारी पहचान। आप भी अपने कुल, गांव, अपनी मिट्टी का नाम बड़े गर्व से लेते होंगे। हर कोई अपने क्षेत्र का गुणगान गाता है।
लेकिन दुनिया में एक गांव ऐसा है जहां के लोग इस सुख से वंचित हैं। वे लोग अगर अपने गांव का नाम बताते हैं तो लोग या तो उनपर हंसते हैं या फिर उन्हें मारते हैं।
वहीं, अगर सोशल मीडिया पर वे लोग अपने गांव का नाम डालते हैं तो उनकी आईडी ब्लॉक कर दी जाती है। यही कारण है कि यहां के लोग अपने गांव का नाम बदलने के कई प्रयास कर चुके हैं।
बता दें, इस गांव का नाम फक है। यह स्वीडन में स्थित है। यहां के गांववासी अपने क्षेत्र के नाम से काफी परेशान रहते हैं। इस गांव का नाम ही ऐसा है जिसे सार्वजनिक जगहों पर बोलना, पढ़ना, लिखना सब गलत माना जाता है। इतना ही नहीं इस शब्द पर लगी सेंसरशिप की वजह से अगर आप किसी भी सोशल मीडिया हैंडल पर इस शब्द का प्रयोग करते हैं तो आपका अकाउंट ब्लॉक हो सकता है।
गौरतलब है, अब यहां के ग्रामीणों ने इस नाम को बदलने के लिए याचिका भी दायर की है। जानकारी के अनुसार, स्वीडन के संविधान में उल्लेखित कल्चरल इनवॉरनमेंट एक्ट के तहत किसी भी क्षेत्र का नाम बदलने का प्रावधान है। मामला अभी कोर्ट में चल रहा है जल्दी ही इसपर कोई ना कोई फैसला जरुर होगा। वहीं, गांववासियों का कहना है कि यहां का माहौल अच्छा है। यहां ज्यादातर लोग शिक्षित हैं, लेकिन कई बार अपने जन्मस्थली के नाम को लेकर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। यही कारण वे लोग जल्द से जल्द इस गांव का नाम परिवर्तित करवाना चाहते हैं।