कई बार आपने लोगों को अपनी किस्मत को कोसते देखा होगा। अक्सर लोग चौक-चौराहों पर बैठकर अपनी किस्मत के साथ-साथ सरकारों को भी गालियां देते नज़र आते हैं। ऐसे लोगों की शिकायत होती है कि सरकार भी उनके लिए कुछ कर नहीं रही है। इसलिए वे सरकार को भी गालियों से नवाज़ते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे ही गांव के विषय में बताने जा रहे हैं जहां रातों-रात 31 परिवार करोंड़पति हो गए। बता दें, इस गांव का नाम बोमजा है। यह गांव अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में स्थित है। अब इस गांव के ज्यादातर लोग करोंड़पति हो गए हैं।
31 परिवारों की खुली किस्मत

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फरवरी 2018 से पहले तक देश के अन्य गांवों की तरह बोमजा भी एक साधारण सा गांव माना जाता था। हालांकि, एक दिन अचानक से गांव के 31 परिवारों की किस्मत खुल गई जिसके बाद वे साधारण से करोंड़पति बन गए।
41 करोंड़ का मुआवजा
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय रक्षा मंत्रालय द्वारा तवांग के कई गांवों में निर्माण कार्य कराया जा रहा था। इसमें बोमजा का नाम भी शामिल था। इस निर्माण कार्य के दौरान गांव के 31 परिवारों की जमीन पर सरकारी अधिकग्रहण किया गया था जिसके एवज में 41 करोंड़ रुपए की धनराशि गांववासियों को सीधे उनके बैंक खाते में दी गई।
केंद्र सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाही के बाद इस गांव के लोगों का स्टेटस रातों-रात साधारण व्यक्ति से करोंड़पति व्यक्ति में तब्दील हो गया।
एशिया का सबसे अमीर गांव
यह चमत्कार 7 फरवरी 2018 को हुआ। अब वही लोग जो कभी सरकार को चौक-चौराहों पर बैठकर खरी-खोटी कहा करते थे, आज भारत सरकार की तारीफ में कसीदे पढ़ते नज़र आते हैं। गौरतलब है, इस धनराशि के आवंटन के बाद यह गांव एशिया के सबसे अमीर गांवों की सूची में शामिल हो गया है।